350 किलोमीटर हरिद्वार से गूँती पैदल चलकर 51 लीटर गंगा जल से हुआ जलाभिषेक

वी.पी.मीणा बहरोड

भक्तों में भगवान के प्रति आस्था, सच्ची श्रद्धा और आत्म विश्वास का परिणाम है कि भक्त अपने भगवान को रिझाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इसी श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान भोलेनाथ के भक्तों की आस्था बहरोड़ के युवाओं में देखने को मिल रही है। बहरोड़ के 10 युवाओं का एक ग्रुप 51 लीटर गंगा जल की कावड़ लेकर गांव पहुँचे। जो करीब 350 किमी. पैदल चलकर गुरुवार 13 जुलाई को गांव पहुँचे। जहां ग्रामीणों द्वारा फूल मालाओं से स्वागत कर गादोज रोड़ पर स्थित शिव मंदिर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। जो शायद बहरोड़ विधानसभा क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे जिले में पहला ऐसा इतिहास होगा। गौरतलब है कि बहरोड़ उपखण्ड के गूंती गॉव के 10 युवा पिछले 3 साल से हमेशा डाक कावड़ लेकर आया करते है। लेकिन इस बार उन्होंने कुछ नया करने का मानस बनाया। युवक नेमीचंद बबेरवाल ने बताया कि 51 लीटर गंगाजल के साथ पैदल चलकर कावड़ लाने के लिए गॉव के 10 युवाओं की टीम तैयार की गई। जिसमें नेमी बबेरवाल के साथ बिरजानन्द, योगेश कुमार, नाहर सिंह, मनीष कुमार, सुनील कुमार, प्रदीप कुमार, प्रीतम एवं वीरेन्द्र शामिल हो गए। कावड़ यात्रा में कोई परेशानी ना हो इसके लिए सभी युवाओं ने नियमित अभ्यास करना शुरू कर दिया। 4 जुलाई को सभी युवा हरिद्वार के लिए रवाना हो गए और 5 जुलाई को सुबह हरकीपेड़ी घाट से बम-बम भोले के जयकारे के साथ वीरेन्द्र प्रजापत ने 51 लीटर गंगाजल से भरी हुई कावड़ उठाई और गांव के लिए रवाना हो गए।

फ़ोटो- जलाभिषेक टीम का ग्रामीणों द्वारा स्वागत करते हुए