दूर -दूर से पधारे कवियों ने किया काव्यपाठ-
सितारा न्यूज नेटवर्क
बाडी/अंकित गोयल
बाड़ी में 8 दिसम्बर को श्री धर्मा सेवा संस्थान बाड़ी द्वारा स्व. सेठ सालिगराम मंगल की पुण्यतिथि पर प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन संस्थान के संरक्षक डॉ. शिवदयाल मंगल के निवास पर सम्पन्न हुआ। जिसमें दूर-दूर से पधारे कवियों ने काव्य पाठ किया। कवि सम्मेलन में सर्व प्रथम माँ शारदे के समक्ष अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर विधिवत शुभारम्भ किया गया इसके पश्चात अतिथियों एवं कवियों का स्वागत श्री धर्मा सेवा संस्थान के संरक्षक डॉ. शिवदयाल मंगल, अध्यक्ष सरोज मंगल, रामनिवास मंगल, आकाश मंगल, अग्निवेश मंगल के द्वारा किया गया। इसके पश्चात माँ शारदे की वंदना राँची से पधारी कवयित्री मीना बंधन ने की। इसके बाद कानपुर से पधारी ओज की सुप्रसिद्ध कवयित्री शिखा सिंह उर्जित ने अपनी कविताओं से श्रोताओं राष्ट्र प्रेम के रंग में रंग दिया। हास्य रस के प्रसिद्ध कवि श्री शैल भदावरी ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया इसके पश्चात कार्यक्रम के संयोजक डॉ. राकेश दीक्षित राज ने श्रृंगार के मुक्त ओर गीतों से श्रोताओं को बहुत याद आते हो तुम तथा मन मंदिर में दीप जलाने आजाओ इक बार प्रिये गीत सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर खूब तालियां बटोरीं। इसके बाद मीना बंधन ने अपनी गजलों से वाह वाही बटोरी। इसके बाद अग्निवेश मंगल ने बहुत ही शानदार कविता पढ़ी। ओज के प्रसिद्ध कवि मनोज चौहान की ओजस्वी कविताओं ने पांडाल गुंजयमान कर दिया उन्होंने अपने तीखे स्वर में भगत सिंह कविता पढ़कर देश के शहीदों को श्रद्धांजलि दी वहीं चंद्रशेखर आजाद कविता पढ़कर श्रोताओं की आंखें नम कर दी। मध्यरात्रि 2 बजे तक भारत माता की जय-जयकार से वातावरण गूँजता रहा। शिखर कलश के रूप में सुप्रसिद्ध हास्य-व्यंग्य कवि बृजेन्द्र चकोर ने अपनी चिर परिचित शैली में खूब हँसाया। इसके पश्चात वर्ष 2023 का श्री धर्मा सेवा सम्मान द्वारा कवि बृजेन्द्र चकोर हास्य कवि को डॉ. शिवदयाल मंगल, सरोज मंगल एवं अग्निवेश मंगल के द्वारा शॉल, श्रीफल, सम्मान पत्र एवं नकद राशि प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुन्नालाल मंगल, हरिओम बंसल, प्रभाकर दीक्षित, रामकुमार मीणा पूर्व बी.ई.ओ., नरेंद्र मंगल, विष्णु महेरे, दीपक गोयल, धौलपुर से डॉ. बी.डी. जिंदल, डॉ हरीकिशन मंगल, मंजू मंगल, राज पचौरी, रामदास तरुण, आदि सैकड़ों की संख्या में महिला एवं पुरुष श्रोता उपस्थित रहे। अंत में आयोजक संस्थान के संरक्षक डॉ. शिवदयाल मंगल ने सबका आभार प्रकट कर धन्यवाद ज्ञापित किया।