कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने आखिरकार इस्तीफा दे दिया। लेकिन भावुक होकर जो बात कही उससे कर्नाटक की राजनीतिक हलचल बेहद तेज हो गई है। उनके बाद अगले मुख्यमंत्री को लेकर सरगर्मी और अटकलों का बाजार तेज हो गया है। येदियुरप्पा नेमझे हुए राजनीतिज्ञ की तरह इशारों-इशारों में ऐसी बात कह दी जिसका असर आने वाले दिनों में हो सकता है। हालांकि, इस मौके पर वह प्रधानमंत्री मोदी समेत राष्ट्रीय नतृत्व का शुक्रिया अदा करना नहीं भूले। येदियुरप्पा ने 75 साल से अधिक आयु होने के बावजूद उन्हें दो साल मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का अवसर देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा का धन्यवाद किया।
मैं दु:खी होकर नहीं जा रहा
आपको बता दें कि राज्य में कई महीनों से नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें थी और येदियुरप्पा ने उनकी सरकार के ठीक दो वर्ष पूरे होने पर इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा, ”मैं दु:खी होकर नहीं, बल्कि खुशी से ऐसा कर रहा हूं। अपने कार्यकाल को ”अग्नि परीक्षा कहते हुए, उन्होंने कहा कि जब मैंने कार्यभार संभाला तब मुझे केंद्र द्वारा कैबिनेट का गठन करने की अनुमति नहीं दी गई थी, सूखा था और फिर बाढ़ आ गई थी और मुझे हर जगह अकेले यात्रा करनी पड़ी। इसके बाद में कैबिनेट का गठन हुआ, और फिर पिछले डेढ़ साल से कोरोना संकट है।
मुख्यमंत्री के लिए चल रहा इन नेताओं का नाम
कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के रूप तीन नामों पर अटकल तेज है। इसमें पहला नाम है बसवराज बोम्मई का जो लिंगायत समुदाय से आते हैं और वर्तमान सरकार में गृह,संसदीय कार्य मंत्री और कानून मंत्री हैं। दूसरा नाम विश्वेश्वरा हेगड़े कगेरी का है जो ब्राह्मण हैं और कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष हैं। तीसरा नाम केंद्रीय कोयला खनन मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्रलाद जोशी का है।